अल्फ़ाज़~ ए ~PUBG के मारे .....
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"PUBG "ने फ़ेंका ऐसा जाल
रात दिन का किसी को ना ख्याल
खोए रहते हैं PUBG की दुनिया में
मानकर सब इसको अपना संसार ||
"PUBG" ने कर दिया है दिमाग़ भ्रष्ट
"PUBG" वालों को इसके बिना लगे सब कष्ट ही कष्ट
पढाई -लिखाई से तोड़ कर रिश्ता नाता
"PUBG" ही है सबको भाता
खाने -पीने की भी सुध हो गई है खत्म
देख के इनको लगे ऐसे" PUBG "के लिए ही लिया हो जन्म ||
" PUBG" के कारण घर में मचा है हाहाकार
बड़ॊं और बच्चों के बीच बढ़ रहा है तकरार
सुबह की किरणॊं से भी ना हो पाता है दिदार
"PUBG" में डूबे रहते हैं कर सबको दरकिनार ||
" PUBG "को मानकर अपना तकदीर
फ़ोन को बना लिया अपना ज़ंजीर
खोकर अपना चैन सूकून
भूल गए हैं सब मैं हूँ कौन ||
" PUBG" के सारे प्रिय भक्त
गवाँ रहे हैं अपना किमती वक़्त
PUBG की दुनिया से निकल
आएगा एक दिन सबको समझ
ज़िन्दगी में मन्ज़िल पाने के लिए
करनी पड़ती है ज़दोज़हद ||
-_- 🖋 रचना मुर्मू
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