कुछ है जो टूट रहा है......
कुछ है जो ..... (feelings of a broken heart)💔 कुछ है जो टूट रहा है, 💔 वक़्त के आगे सूख रहा है, जाने किस मोड़ पर लेकर आई जिंदगी 🚶 हर कोई अपना कही पीछे छुट रहा है... जिंदगी तलाश रही है जाने कौन सी मन्ज़िल बस राहों में चले जा रहे हैं , फिर जब मिली मन्ज़िल ,खुद को अकेले पाया है कैसी है ये बेबसी, चाह कर भी मिली ना खुशी मन्ज़िल की जगह मिली तन्हाई थी, पीछे पलट कर जब देखा तो हजारों मिलो की दूरी थीं, लौट कर वापस आना चाहा तो राह में बन गई एक खाई थी . कुछ है जो..... वक़्त के आगे...... ---रचना मुर्मू